400 अरब डॉलर की संपत्ति वाले दुनिया के पहले इंसान बने एलन मस्क

एलन मस्क की कुल संपत्ति 400 अरब डॉलर के पार पहुंच गई है। वह दुनिया के पहले अरबपति बन गए हैं। मस्क की एक दिन में 62 अरब डॉलर की संपत्ति बढ़ी है।

प्रतीकात्मक तस्वीर । पीटीआई

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के साथ ही एक्स के मालिक एलन मस्क सबसे अमीर शख्स बनते जा रहे हैं। दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की संपत्ति 400 अरब डॉलर के पार जा चुकी है। महज 24 घंटे के भीतर उनकी संपत्ति 62 अरब डॉलर बढ़ गई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स की अरबपतियों की लिस्ट में एलन मस्क की संपत्ति 447 अरब डॉलर के पार पहुंच गई है।

सबसे अमीर शख्स की लिस्ट देखी जाए तो पहले नबंर पर एलन मस्क, दूसरे पर अमेजन के मालिक जेफ बेजोस और तीसरे पर ओरेकल के मालिक लैरी एलिसन है। इस समय जेफ बेजोस की कुल संपत्ति 244 डॉलर है तो वहीं लैरी की कुल संपत्ति  203 डॉलर है। एलन ने दुनियाभर के अरबपतियों को बहुत दूर छोड़ दिया है। मस्क की संपत्ति में बढ़ोतरी के पीछे ट्रंप की जीत को माना जा रहा है। दरअसल, ट्रंप की जीत के बाद टेस्ला का शेयर 47 फीसदी ऊपर पहुंच गया था। ऐसे में 400 अरब डॉलर की संपत्ति का आंकड़ा पार करने वाले एलन मस्क पहले इंसान हैं। 

टेस्ला के शेयर में उछाल

मस्क की संपत्ति में बढ़ोतरी का श्रेय मुख्य रूप से टेस्ला के शेयर में उछाल और स्पेसएक्स के लिए हाल ही में हुए मूल्यांकन में वृद्धि को जाता है। इसका मूल्य अब निजी शेयर लेनदेन के बाद लगभग 350 बिलियन डॉलर पहुंच गया है। स्पेसएक्स में उनकी 42% हिस्सेदारी ने इस वित्तीय उछाल में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टेस्ला का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.315 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। इसके अलावा, उनके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वेंचर, xAI का मूल्यांकन भी इस साल दोगुना होकर 50 बिलियन डॉलर हो गया है। 

एक साधारण परिवार से आने वाले मस्क ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष देखा। 28 जून, 1971 में साउथ अफ्रीका में उनका जन्म हुआ था। मस्क की मां एक मॉडल थी और उनके पिता एरोल मस्क इंजीनियर थे। उनका पूरा बचपन दो कमरों के मकान बीता। साल 1980 में उनके मात-पिता अलग हो गए जिसके बाद मस्क ने पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से फिजिक्स और बिजनेस में बैचलर्स डिग्री हासिल की। 

साल 2008 का वो बुरा दौर

साल 2008 में मस्क की कंपनी टेस्ला दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई थी।  टेस्ला के रोडस्टर प्रोटोटाइप के बार-बार फेल होने के बाद लोग कारों की बुकिंग कैंसिल करवा रहे थे।कपंनी को चलाने के लिए केवल 3 हफ्तों का पैसा बचा था। कोई निवेशक पैसा नहीं लगा रहा था। ऐसे में मस्क ने बड़ा रिस्क उठाते हुए अपनी आखिरी बची हुई संपत्ति कंपनी में लगाने का ऐलान कर दिया। सिर्फ 20 मिलियन डॉलर की संपत्ति उन्होंने टेस्ला में लगाने का ऐलान किया था। हालांकि, इसको लेकर उन्होंने शर्त रखा कि दूसरे निवेशकों को भी इतना पैसा लगाना होगा। रिस्क लिया तभी मस्क ने टेस्ला को दुनिया की सबसे वैल्यूएबल ऑटोमोबाइल कंपनी बना दी। 

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